खालिस्तान समर्थकों ने फिर लगाए भारतीय राजनयिक के वांटेड के पोस्टर भारत ने जताया कड़ा विरोध
खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा समेत कुछ देशों में पिछले महीने भारतीय दूतावासों पर प्रदर्शन की योजना बनाई थी। हालांकि कनाडा में भारतीय दूतावास के सामने देशभक्तों की भीड़ के जुटने से अलगाववादी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए थे।
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगा दी। इस बार वैंकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के प्रवेश द्वार के पास भारत विरोधी पोस्टर चिपकाया गया है। भारत ने कनाडा के अधिकारियों के सामने शिकायत दर्ज कराई है।
मंगलवार को लगाया गया यह पोस्टर पिछले सप्ताह सरे व वैंकूवर में जगह-जगह लगाए गए पोस्टरों के जैसा ही था। इन पोस्टरों में ओटावा में भारतीय उच्चायुक्त और वैंकूवर व टोरंटो में महावाणिज्यदूतों की तस्वीर के साथ वांटेड लिखा दिया गया था। जब वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों ने इस पोस्टर को देखा तब इसे वहां से हटाया गया। एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि इस घटना को स्थानीय प्राधिकारियों के सामने उठाया गया है। कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने 15 अगस्त को भारतीय मिशनों के घेराव की चेतावनी दे रखी है।
निज्जर की हत्या के बाद पिछले महीने 16 जुलाई को ग्रेटर टोरंटो एरिया में विभिन्न स्थानों पर इसी तरह के कई पोस्टर दिखाई दिए थे। कनाडा के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका में भी खालिस्तान समर्थकों ने इस तरह के पोस्टर लगाए थे।
खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा समेत कुछ देशों में पिछले महीने भारतीय दूतावासों पर प्रदर्शन की योजना बनाई थी। हालांकि कनाडा में भारतीय दूतावास के सामने देशभक्तों की भीड़ के जुटने से अलगाववादी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए थे। ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में भी सुरक्षा बलों ने उन्हें कोई कदम नहीं उठाने दिया।
कनाडा के अलग-अलग शहरों में वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों के पोस्टर लगाए जाने से उत्पन्न सुरक्षा खतरे को देखते हुए खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मामले को कनाडा के विदेश मंत्री के सामने उठाया था। इसके बाद ही कनाडा ने भारतीय दूतावासों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की थी।
What's Your Reaction?