खाद्य कीमतों में बार-बार बढ़ोत्तरी अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम-आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
आरबीआई के गवर्नर शशिकांत दास ने कहा कि सब्जियों की कीमतों में आने वाले झटके कुछ समय के लिए होते हैं। मौद्रिक नीति मौजूदा झटकों को पहले दौर के प्रभाव को कम करने का इंतजार कर सकती है।
मुंबई। (आरएनआई) टमाटार-प्याज सहित अन्य खाद्य उत्पाद अपनी कीमतों के कारण सुर्खियों में बने हैं। इसपर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शशिकांत दास का कहना है कि खाद्य कीमतों में बार-बार बढ़ोत्तरी अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम है। ऐसे झटकों को सीमित करना आवश्यक है। इसके लिए हमें उपाय करना चाहिए।
ललित दोषी स्मृति पर व्याख्यान देते हुए दास ने कहा कि सब्जियों की कीमतों में आने वाले झटके कुछ समय के लिए होते हैं। मौद्रिक नीति मौजूदा झटकों को पहले दौर के प्रभाव को कम करने का इंतजार कर सकती है। खाद्य कीमतों में बार-बार आने वाले झटके अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है। आरबीआई इसको लेकर सतर्क है। उन्होंने बताया कि जुलाई में टमाटर सहित सब्जियों की कीमतों में सुधार दिख रहा है। प्याज के लिए उन्होंने सक्रिय आपूर्ति प्रबंधन का स्वागत किया।
गवर्नर का कहना है कि 21 अगस्त तक बारिश औसत से सात प्रतिशत कम थी। खाद्य कीमतों में बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण अचनाक मौसम में बदलाव और अल नीनो रहा। भारत संपूर्ण विश्व के लिए एक विकास इंजन के रूप में खड़ा है। इसे अधिक समय तक स्थिर रखने के लिए कृषि, प्रौद्योगिकी, जनसांख्यिकी, विनिर्माण, सेवाओं और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है।
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