कोलकाता हत्याकांड के 12 दिन बाद संदीप घोष पर कार्रवाई
आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की प्राचार्य सुहृता पॉल को भी हटा दिया गया। पश्चिम बंगाल सरकार ने मानस कुमार बंदोपाध्याय को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल का नया प्राचार्य बनाया है।
कोलकाता (आरएनआई) कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर की हत्या के 12 दिन बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष पर कार्रवाई की है। पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. संदीप घोष को नेशनल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पद से हटा दिया है। जूनियर डॉक्टर की हत्या के बाद आरजी कर मेडकिल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप घोष को पश्चिम बंगाल सरकार ने नेशनल मेडिकल कॉलेज का प्राचार्य बनाया था। इसे लेकर विरोध हुआ था। इसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी उनसे पद से हटने और छुट्टी पर जाने के लिए कहा था। वहीं आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नई प्राचार्य सुहृता पॉल का भी तबादला किया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने मानस कुमार बंदोपाध्याय को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल का नया प्राचार्य बनाया है।
कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष पर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं और नित नए खुलासे हो रहे हैं। आरजी कॉलेज में डॉ. संदीप घोष की शह पर गुंडा गैंग का राज चलता था। यह गैंग पिछले कई वर्षों से अस्पताल में भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी औऱ वसूली कर रहा था। एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विस डॉक्टर्स वेस्ट बंगाल (एएचएसडीडब्ल्यूबी) के महासचिव और ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. उत्पल बंधोपाध्याय ने खुलासा किया है कि एक साल पहले आरजी कर अस्पताल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने एक हजार पेजों का एक दस्तावेज स्वास्थ्य विभाग को जमा किया था। उसमें यह आरोप था कि आरजी कर मेडिकल में गुंडों का एक गैंग है जो बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार कर रहा है और जबरन वसूली का धंधा चला रहा है। इसके अलावा संदीप घोष पर शवों को बेचने और बायोमेडिकल की तस्करी करने का आरोप लगा है। आरजी कर कॉलेज के तत्कालीन डिप्टी सुप्रीटेंडेंट अख्तर अली का दावा है कि एक साल पहले उन्होंने आरोप लगाए थे लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं दर्ज की थी।
आरजी कर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल के पद से संदीप घोष के इस्तीफे बाद प्रिंसिपल नियुक्त हुईं सुहृता पाल को भी स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्हें बसरत मेडिकल कॉलेज का प्राचार्य बनाया गया है। इसके अलावा, मेडिकल सुपरिटेंडेंट सह वाइस प्रिंसिपल बुलबुल मुखोपाध्याय और चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रमुख अरुणाभ दत्ता चौधरी को भी उनके पद से हटा दिया गया। स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने बुधवार शाम को इस फैसले की घोषणा की। सप्तऋषि चटर्जी को आरजी कर मेडिकल कॉलेज का मेडिकल सुपिरटेंडेंट और सह वाइस प्रिंसिपल बनाया गया है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना 8-9 अगस्त की दरमियानी रात की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जूनियर डॉक्टर 8 अगस्त को अस्पताल में रात की ड्यूटी कर रही थीं। रात 12 बजे के बाद उन्होंने दोस्तों के साथ डिनर भी किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला।
9 अगस्त की सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया। 10 अगस्त की सुबह महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के आरोप में संजय रॉय नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक अज्ञात पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की गतिविधियां काफी संदिग्ध हैं और ऐसा लगता है कि वह सीधे तौर पर अपराध में शामिल है। आरोपी ब्लूटूथ हेडफोन के टूटे तार से पकड़ा गया था जो पुलिस को सेमिनार कक्ष में गिरा मिला था।
इस घटना के बाद बंगाल समेत देश भर में डॉक्टरों के विरोध- प्रदर्शन शुरू हो गए। इस बीच, 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। केंद्रीय एजेंसी लगातार इस मामले की जांच में जुटी हुई है। इस पूरे मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष लगातार सवालों के घेरे में है। एजेंसी कई बार घोष से पूछताछ कर चुकी है।
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