कैलिफोर्निया में जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध की मांग वाला विधेयक पास
यह विधेयक सोमवार को सदन से पारित हो गया। अब इसे कानून बनाने के लिए गवर्नर गेविन न्यूसोम के हस्ताक्षर के लिए भेजा गया है। बता दें, इस विधेयक का उद्देश्य जातिगत भेदभाव से निपटना और राज्य में रहने वाले हाशिए समुदायों के लिए सुरक्षा को मजबूत करना है।
कैलिफोर्निया। (आरएनआई) अमेरिका के सबसे बड़े राज्यों में से एक कैलिफोर्निया राज्य की सदन में जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को पारित किया गया है। अब यह भेदभाव-विरोधी कानूनों में जाति को संरक्षित श्रेणी के रूप में जोड़ने वाला पहला अमेरिकी राज्य बन गया है।
यह विधेयक सोमवार को सदन से पारित हो गया। अब इसे कानून बनाने के लिए गवर्नर गेविन न्यूसोम के हस्ताक्षर के लिए भेजा गया है। बता दें, इस विधेयक का उद्देश्य जातिगत भेदभाव से निपटना और राज्य में रहने वाले हाशिए समुदायों के लिए सुरक्षा को मजबूत करना है।
इसे पहली बार राज्य सीनेटर आयशा वहाब ने पेश किया था। सीनेट में विधेयक एसबी-403 को पहले ही मंजूरी दे दी गई थी। वहां हुई वोटिंग में इसके पक्ष में 34, जबकि विपक्ष में सिर्फ 1 वोट पड़ा था। अब यह विधेयक सदन में पेश हुआ, जहां भी इसे पास कर दिया गया। गवर्नर के हस्ताक्षर होने के बाद ये कानून बन जाएगा।
वहाब ने सदन में विधेयक पास होने के बाद सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि एसबी 403 के समर्थन में मतदान करने वाले सभी सदस्यों को धन्यवाद। हम एसबी 403 के जरिए भेदभाव से लोगों की रक्षा कर रहे हैं। हालांकि, उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन (सीओएचएनए) ने इसे कैलिफोर्निया के इतिहास में एक काला दिन बताया।
यह कानून वंशावली के तहत जाति को एक संरक्षित श्रेणी के रूप में जोड़कर कैलिफोर्निया के अनरुह नागरिक अधिकार अधिनियम, शिक्षा और आवास कोड को संशोधित करेगा। इस साल की शुरुआत में पेश किए जाने के बाद से, विधेयक कई चरणों से होकर गुजरा है। इस दौरान कई श्रम और नागरिक अधिकार संस्थाओं से बड़े पैमाने पर द्विदलीय सहमति प्राप्त हुई है।
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