सोलीडरीदाद व डीएससीएल रूपापुर के संयुक्त तत्वावधान में किसान गोष्ठी व कृषक सम्मान समारोह का किया गया आयोजन
हरदोई (आरएनआई) कृषि क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही अन्तर्राष्ट्रीय संस्था सोलीडरीदाद(SOLIDARIDAD) व डीसीएम श्रीराम शुगर रूपापुर के संयुक्त तत्वावधान में हरियाली किसान बाजार परिसर में कृषक गोष्ठी व किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। गोष्ठी में गन्ना किसानो को कम लागत में अधिक उत्पादन लेकर अपनी आय बढ़ाने के लिये प्रेरित किया गया। गोष्ठी में सिंचाई के संसाधनों का बेहतर प्रयोग कर पानी की बचत , जैविक खाद,वर्मी कम्पोस्ट आदि का प्रयोग कर मृदा स्वास्थ्य के प्रति विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही अत्याधुनिक कृषि यन्त्रो का प्रयोग कर बेहतर खेती पर जोर दिया गया। गोष्ठी के उपरांत गन्ना उत्पादन में जैविक खाद का सहारा लेकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले 25 डेमो प्लांट धारक किसानो को सम्मानित करते हुये बैटरी चालित स्प्रेयर निशुल्क वितरित किये गये। कार्यक्रम में अखिल भारतीय स्तर पर गन्ना पर काम करने वाले सोलिदरीदाद के सहायक महाप्रबंधक प्रोग्राम डॉ आलोक पाण्डेय, बरिष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक संजय सिंह, डीसीएम श्रीराम शुगर रूपापुर के इकाई प्रमुख पी के सिंह,ललित सैनी, गन्ना उप महाप्रबंधक अवधेश चन्द्र, सोलीडरीदाद के कोआर्डिनेटर प्रदीप सोलंकी , सुपरवाइजर राजकुमार, विपिन कुमार मौजूद रहे। गौर तलब है कि पिछले एक दशक से हरदोई ,लखीमपुर, शाहजहांपुर जनपदों में अन्तर्राष्ट्रीय संस्था सोलीडरीदाद गन्ना किसानों के बीच लगातार काम करते हुये अब तक एक लाख आठ हजार किसानों तक अपनी पहुंच बना चुकी है। किसानो के बेहतर स्वास्थ्य व स्वच्छ वातावरण लिये स्मार्ट एग्री योजना के तहत एक हजार किसानों को सेफ्टी किट ,के अलावा एक हजार किसानों को वर्मी वेड लगवाकर वर्मी कम्पोस्ट के प्रयोग करने के लिये प्रोत्साहित किया गया है। इतना ही नहीं किसानो को पानी की बचत को प्रोत्साहित करने के लिये एक हजार नमी संकेतक यन्त्र निशुल्क वितरित किये गये है। सोलीडरीदाद द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य एवं मृदा स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वायो गैस प्लांट भी लगाये जा रहे हैं। जिला हरदोई एवं लखीमपुर खीरी क्षेत्र में अब तक 100वायोगैस(गोबरगैस) प्लांट लगाये जा चुके है जिसमे अधिकांश वायो गैस प्लांट संचालित हो गये है। वायो गैस प्लांट से जहां एक ओर महिलाओं को खाना बनाने में मदद मिलेगी वहीं खेतों में प्लांट से निकलने वाले अबशैष से खेतों में उत्पादन बढ़ेगा। सोलीडरीदाद के लगातार प्रयास के बाद किसानो में जागरूकता बढ़ी है। जिसके सकारात्मक परिणाम जमीन पर दिखाई भी देने लगे हैं। संस्था के प्रयास से महिला किसान भी सक्रिय हुये है जिसके चलते किसान परिवार की आय के साथ महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिला है।
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