कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा किया गया जिला कारागार का निरीक्षण
मथुरा। माननीय न्यायमूर्ति श्री प्रीतिंकर दिवाकर, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद / कार्यपालक अध्यक्ष, उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा दिनांक 09.03.2023 दिन गुरूवार को प्रातः 09.00 बजे जिला कारागार, मथुरा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान जनपद न्यायाधीश श्री राजीव भारती, सदस्य सचिव उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ श्री संजय सिंह, विशेष कार्याधिकारी श्री भागीरथ वर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री संजय चौधरी, श्री अवनीश पाण्डेय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्रीमती नीरू शर्मा, जिलाधिकारी मथुरा श्री पुलकित खरे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शैलेश पाण्डेय, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री उत्सव गौरव राज सहित न्यायिक, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीगण, जेल अधीक्षक श्री बृजेश कुमार, जेल चिकित्सक डा० उपेन्द्र सोलंकी, डा० उत्पल सरकार, जेलर श्री महाप्रकाश सिंह, डिप्टी जेलर सुश्री करूणेश कुमारी, श्रीमती शिवानी यादव, श्री अनूप कुमार सहित बंदी पराविधिक स्वयंसेवकगण उपस्थित रहे। निरीक्षण दौरान जिला कारागार, मथुरा में 1605 बंदियों का निरूद्ध होना पाया गया।
माननीय न्यायमूर्ति महोदय द्वारा सर्वप्रथम जिला कारागार, मथुरा में स्थापित हथकरघा केन्द्र का निरीक्षण किया गया, जहाँ वंदियों द्वारा कपड़ा बनाये जाने का कार्य किया जा रहा था। इसके पश्चात् माननीय महोदय द्वारा महिला बैरक में महिला बंदियों के साथ रह रहे छोटे बच्चों के खेलने हेतु बनाये गये नवीन पार्क का उद्घाटन किया गया तथा इस बैरक में निवासरत् महिला बंदियों से उनके मामलों के बारे में जानकारी की गई। इसके पश्चात् माननीय न्यायमूर्ति महोदय द्वारा जिला कारागार, मथुरा में संचालित पोशाक सिलाई केन्द्र का उद्घाटन कर वहाँ उपस्थित बंदियों से वार्ता की गई तथा उनके द्वारा बनाई गई पोशाकों की सराहना की गई। माननीय महोदय द्वारा जिला कारागार परिसर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण किया गया।
माननीय न्यायमूर्ति महोदय द्वारा पाकशाला के निरीक्षण दौरान वहाँ बंदियों द्वारा बनाये जा रहे भोजन की गुणवत्ता देखी गई। अधीक्षक, जिला कारागार द्वारा बताया गया कि आज बंदियों हेतु प्रातः नाश्ते में चाय, पाव रोटी व गुड़ दिया गया था तथा दोपहर के भोजन में रोटी, अरहर की दाल, आलू बंदगोभी की सब्जी तैयार की जा रही हैं। सांयकाल के भोजन में रोटी, उर्द की दाल तथा मूली भुजिया की व्यवस्था की गई है।
माननीय न्यायमूर्ति महोदय द्वारा जिला कारागार में स्थापित अस्पताल का निरीक्षण किया गया, जहाँ बंदी मरीजों का ईलाज किया जा रहा था। माननीय महोदय द्वारा बंदी मरीजों से उनके ईलाज के बारे में बार्ता की गई तथा उपस्थित चिकित्सक से उनकी बीमारी की जानकारी ली गई।
तदोपरान्त माननीय महोदय द्वारा बंदियों की बैरकों का निरीक्षण कर वहाँ निरूद्ध बंदियों से वार्ता की गई तथा उनके प्रकरणों की जानकारी ली गई। निरीक्षण दौरान माननीय महोदय द्वारा जेल प्रशासन को आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये।
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