कार्यवाहक पीएम के नाम को आज दिया जा सकता है अंतिम रूप
शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा कि वह और विपक्षी नेता राजा रियाज शनिवार तक नाम को अंतिम रूप दे देंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व गठबंधन दलों को भी राजनीतिक परामर्श के लिए शामिल किया जाएगा।
पाकिस्तान के निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विपक्षी नेता राजा रियाज इस साल के अंत में होने वाले आम चुनावों की देखरेख के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। राष्ट्रपति ने उन्हें 12 अगस्त तक नियुक्ति के लिए उपयुक्त व्यक्ति ढूंढने का अल्टीमेटम दिया था। नौ अगस्त को नेशनल असेंबली भंग होने के बाद शरीफ और रियाज ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुनने के लिए बैठकों का दौर शुरू किया।
शरीफ ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा कि वह और विपक्षी नेता राजा रियाज शनिवार तक नाम को अंतिम रूप दे देंगे और पूर्व गठबंधन दलों को भी राजनीतिक परामर्श के लिए शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा, अंतिम निर्णय लेने से पहले इस मामले पर गठबंधन सहयोगियों को भी विश्वास में लिया जाएगा। शरीफ ने कहा कि उन्हें आज राजा रियाज से मिलने की उम्मीद थी, लेकिन वह अपनी कुछ प्रतिबद्धताओं के कारण ऐसा करने में असमर्थ हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वे शनिवार को फिर मिलेंगे।
निवर्तमान प्रधानमंत्री शरीफ और रियाज दोनों को एक पत्र में राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सूचित किया था कि अनुच्छेद 224ए के तहत उन्हें नेशनल असेंबली के विघटन के तीन दिनों के भीतर अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए एक नाम प्रस्तावित करना है। पत्र में राष्ट्रपति अल्वी
पत्र में राष्ट्रपति अल्वी ने कहा, जैसा कि पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 (1ए) में प्रावधान है कि प्रधानमंत्री और निवर्तमान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता 12 अगस्त से पहले कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति के लिए एक उपयुक्त व्यक्ति का प्रस्ताव कर सकते हैं। राष्ट्रपति के पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शरीफ ने कहा कि वह इसे पाकर निराश हैं। शरीफ ने कहा कि संविधान में संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली (एनए) के विघटन के बाद कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति के लिए आठ दिन का प्रावधान है।
संविधान के अनुसार, नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री और निवर्तमान विपक्षी नेता के पास अंतरिम प्रधानमंत्री का नाम तय करने के लिए तीन दिन का समय होता है। यदि दोनों किसी नाम पर सहमत नहीं हो पाते हैं तो मामले को संसदीय समिति के पास भेजा जाएगा। यदि समिति कोई निर्णय लेने में विफल रहती है, तो पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के पास आयोग के साथ साझा किए गए नामों की सूची से कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुनने के लिए दो दिन का समय होगा।
शरीफ ने शुक्रवार को अपने गठबंधन सहयोगियों के लिए रात्रिभोज का भी आयोजन किया और इस अवसर का उपयोग कार्यवाहक प्रधानमंत्री के मुद्दे पर परामर्श के लिए किया। रात्रिभोज में सभी निवर्तमान सत्तारूढ़ दलों ने उन्हें कार्यवाहक प्रमुख पद के लिए नाम चुनने का पूरा अधिकार दिया।
रात्रिभोज में उपस्थित प्रमुख लोगों में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के अख्तर मेंगल शामिल थे। रात्रिभोज के दौरान इशाक डार, ख्वाजा आसिफ, मरियम औरंगजेब और शाहजैन बुगती भी मौजूद थे।
रात्रिभोज में उपस्थित प्रमुख लोगों में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के अख्तर मेंगल शामिल थे। रात्रिभोज के दौरान इशाक डार, ख्वाजा आसिफ, मरियम औरंगजेब और शाहजैन बुगती भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक सूत्र ने कहा कि बिलावल भुट्टो ने शरीफ को बता दिया है कि उनकी पार्टी कार्यवाहक पद के लिए प्रधानमंत्री के उम्मीदवार को स्वीकार करेगी। नेशनल असेंबली के समय से पहले भंग होने के एक दिन बाद गुरुवार को शरीफ और रियाज की पहली मुलाकात हुई थी। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने पूर्व राजनयिक जलील अब्बास जिलानी और पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तस्सदुक हुसैन जिलानी के नाम प्रस्तावित किए हैं, जबकि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने सिंध के गवर्नर कामरान टेसोरी का नाम आगे बढ़ाया है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने अपने पत्ते गुप्त रखे हैं, जिससे हर कोई इसके उम्मीदवार के बारे में अनुमान लगा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिम व्यवस्था के प्रमुख का नाम तय करने में देरी का एक कारण पीएमएल-एन की अपने व्यक्ति को कार्यालय में देखने की इच्छा माना जाता है। राजनीतिक हलकों में कुछ लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री शरीफ 14 अगस्त तक पद पर बने रहना चाहते हैं ताकि वह स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण समारोह में शामिल हो सकें और उसके बाद एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री शपथ लें।
पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ नेता ने मीडिया को बताया कि सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी सबसे मजबूत उम्मीदवारों में से एक हैं। उन्होंने रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का जिक्र करते हुए कहा कि सीनेट चेयरमैन छुपे रुस्तम हो सकते हैं। अन्य संभावित दावेदारों में पूर्व वित्त मंत्री हफीज शेख और इशाक डार, पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी, पूर्व प्रमुख सचिव फवाद हसन फवाद और पूर्व न्यायाधीश तसद्दुक जिलानी हैं।
What's Your Reaction?