कांग्रेस का बड़ा आरोप, महाकाल महालोक में 80 प्रतिशत का भ्रष्टाचार, हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग
भोपाल। महाकाल महालोक में खंडित मूर्तियों के मामले को लेकर अब कांग्रेस मुखर हो गई है, सप्त ऋषि की 6 मूर्तियाँ धराशायी होने के बाद कांग्रेस के एक जाँच दल ने कल मंगलवार को महाकाल महालोक परिसर का भ्रमण किया वहां खंडित मूर्तियाँ देखीं और फिर आज बुधवार को पत्रकारों के सामने खुलास किया, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और वरिष्ठ नेत्री शोभा ओझा ने आरोप लगाये कि मूर्तियों के निर्माण में 80 प्रतिशत का घोटाला हुआ है, कांग्रेस ने मांग की कि इसकी जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाये, हम उन्हें पूरे दस्तावेज दे देंगे, सज्जन वर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार ने प्रदेश को लूटा है हमारी सरकार आयेगी तो इनके बहुत से नेता जेलों में होंगे।
पिछले दिनों उज्जैन में आई आंधी ने महाकाल महालोक में स्थापित सप्त ऋषि की 7 में से 6 मूर्तियों को धराशायी कर दिया, मूर्तियाँ धराशायी होते ही भाजपा सरकार और मूर्तियाँ स्थापित करने वाली कंपनी विपक्ष के निशाने पर आ गई, प्रदेश में सियासी आंधी शुरू हो गई, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने नेताओं की एक कमेटी बनाकर जांच के निर्देश दिए, उधर सरकार के मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने महाकाल महालोक निर्माण को लेकर प्रेस कांफ्रेस की और कांग्रेस को चुनौती देते हुए दावा किया कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
कांग्रेस की जांच कमेटी ने कल मंगलवार को महाकाल महालोक का दौरा किया और खंडित मूर्तियों को देखा, कमेटी में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, वरिष्ठ नेत्री शोभा ओझा, स्थानीय विधायक, समिति के अन्य सदस्य सहित मूर्तिकार और निर्माण विशेषज्ञ शामिल थे, निरीक्षण करने के बाद सज्जन वर्मा और शोभा ओझा मीडिया के सामने आये और दावा किया कि मूर्तियों के निर्माण सहित पूरे महाकाल महालोक के निर्माण में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है।
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने भगवान को भी नहीं छोड़ा, महाकाल महालोक में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया है जिसका प्रमाण ये मूर्तियाँ हैं जो जरा सी आंधी भी नहीं झेल पाई और धराशायी हो गई, कांग्रेस ने आरोप लगाये कि इसके निर्माण में 80 प्रतिशत तक का भ्रष्टाचार हुआ है, जो मूर्तिकार हमारे साथ गए थे उनके मुताबिक इन मूर्तियों की कीमत 3 लाख प्रति मूर्ति से ज्यादा नहीं होना चाहिए लेकिन इसका भुगतान करीब 10 लाख रुपये प्रति मूर्ति किया गया है।
कांग्रेस ने कहा कि धर्म की आड़ में राजनीति करने वाली भाजपा ने कल चुनौती दी थी कि कहीं कोई भी भ्रष्टाचार हुआ हो तो सबूत दें तो हम 24 घंटे से कम समय में ही सामने हैं, सज्जन वर्मा ने कहा कि नियम है कि आप टेंडर में 10 प्रतिशत तक की राशि को बढ़ा सकते हैं लेकिन भाजपा ने 97 करोड़ के टेंडर में 97 करोड़ रुपये की राशि और बढ़ा दी यानि 10 प्रतिशत की जगह 100 प्रतिशत बढ़ा दिया जो नियम विरुद्ध है।
सज्जन वर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार ने खुद को महिमा मंडित करने के चक्कर में महाकाल महालोक प्रोजेक्ट को अपना बताया लेकिन अब जब मूर्तियाँ खंडित हो गई तो कह रहे हैं कि टेंडर कांग्रेस के शासनकाल में निकला था, कम से कम उन्होंने इसे स्वीकार तो किया कि महाकाल प्रोजेक्ट कांग्रेस शासनकाल का है, उन्होंने कहा कि भाजपा ने 97 करोड़ राशि ही इसके निर्माण के लिए तय की लेकिन हमारी सरकार जब बनी तो कमल नाथ जी ने इसकी राशि बढाकर 300 करोड़ रुपये कर दी।
कांग्रेस ने आरोप लगाये कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खुद को महिमा मंडित करने और पीएम मोदी के सामने खुद के नम्बर बढ़ाने के चक्कर में काम की गति बढ़वा दी लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया, जिन कंपनियों से काम कराया वो तीनों गुजरात की हैं, मेरे पास प्रमाण ही कि मूर्तियाँ कितनी कमजोर थी , उस चीन की निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया जिसके बहिष्कार की भाजपा दुहाई देती रहती है।
सज्जन वर्मा ने कहा कि मूर्तियाँ खोखली हैं, अन्दर स्टील का इस्तेमाल होना था नहीं किया गया, फाउंडेशन भी कमजोर था, जो जरा सी आंधी नहीं जेल पाया और उखड गया। सज्जन वर्मा ने खुलासा किया कि मूर्ति निर्माण में भ्रष्टाचार करने के बाद अब भाजपा एक और भ्रष्टाचार कर रही है, सनातन धर्म ने उल्लेख है कि धर्म क्षेत्र में खंडित मूर्ति नहीं रह सकती लेकिन ये लोग अब खंडित मूर्तियों को ही रिपेयर कर रहे हैं और फिर से स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पत्थर की मूर्तियों की जगह प्लास्टिक की मूर्तियाँ भाजपा ने लगवाई, कमल के फूल पर सप्त ऋषि बैठाये थे जो अब रूठकर नीचे आ गए हैं, ये एक संकेत हैं , इन लोगों ने सिंहस्थ में भ्रष्टाचार किया था तो इनकी सरकार चली गई थी अब बाबा महाकाल इन्हें नहीं छोड़ेंगे।
सज्जन वर्मा ने मंत्री भूपेन्द्र सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि मैं आपकी सरकार के भ्रष्टाचार उजागर करता हूँ आप बताओ भोपाल में कहा और कब बैठना हैं मेरे पास पूरे प्रमाण हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि महाकाल महालोक के इस भ्रष्टाचार को दिखाओ, जिस चीज का महिमा मंडन कर भाजपा चुनाव जीतती है उसके विनाश को भी दिखाइए, ये छोटी से घटना को इवेंट बना देते हैं हमें ये करना नहीं आता।
शोभा ओझा ने कहा कि नियमानुसार इतने बड़े प्रोजेक्ट में लैब स्थापित की जाती है इसका उल्लेख टेंडर में भी है लेकिन यहाँ ऐसा नहीं हुआ क्योंकि भ्रष्टाचार करना था, हमारे स्थानीय विधायक ने लोकायुक्त में शिकायत की तो उसे दबा दिया गया लेकिन अब बाबा महाकाल ने ही इन्हें सबक सिखा दिया है।
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि हमारी मांग है कि इस घोटाले की जाँच हाई कोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाये हम उन्हें पूरे दस्तावेज सौंप देंगे, उन्होंने कहा कि हमें जब सरकार पर ही भरोसा नहीं है तो उसकी किसी एजेंसी पर भरोसा नहीं कर सकते केवल न्यायपालिका पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि हम पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार कर इस मामले में आगे की रणनीति बनायेंगे।
सज्जन वर्मा ने कहा कि शिवराज सरकार ने अपने शासनकाल में प्रदेश को लूटा है लेकिन अब ये सब बहुत हो चुका, इस बार हमारी ही सरकार बनेगी, जनता भी यही चाहती है और जब हमारी सरकार आयेगी तो भाजपा के बहुत से नेता और मंत्री जेलों में होंगे। सलकनपुर देवी लोक के निर्माण से जुड़े सवाल पर सज्जन वर्मा ने हाथ जोड़ते हुए कहा की शिवराज काका हम लोगों के जीवन के 10-20 साल बचे हैं कुछ धर्म का कम कर लो ये भ्रष्टाचार बंद करो।
What's Your Reaction?