संसद: कांग्रेस का ओम बिरला को पत्र, सदन चलाने की बात कही; राहुल पर अपमानजनक टिप्पणी रिकॉर्ड से हटाने की मांग
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने स्पीकर ओम बिरला से दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि स्पीकर के फैसले के बाद, कांग्रेस पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र के लिए सूचीबद्ध विधायी कार्यों में भाग लेने की इच्छुक है।
नई दिल्ली (आरएनआई) संसद के शीतकालीन सत्र के बीच कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ भाषा का प्रयोग करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही अपमानजनक टिप्पणी को रिकॉर्ड से हटाने का अनुरोध किया।
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने स्पीकर ओम बिरला से दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि स्पीकर के फैसले के बाद, कांग्रेस पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र के लिए सूचीबद्ध विधायी कार्यों में भाग लेने की इच्छुक है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने पत्र को एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा, 'संसद सुचारू रूप से चले, इसके लिए कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए गोगोई ने स्पीकर को पत्र लिखा है। कार्यवाही फिर से शुरू करने के लिए उन्होंने आगे के रास्ते को लेकर सुझाव दिया है। लेकिन क्या मोदी सरकार चाहती है कि दोनों सदन चलें?'
10 दिसंबर को लिखे पत्र में गौरव गोगोई ने कहा, 'हमने इस साल की पांच और छह दिसंबर को आपको पत्र लिखकर बताया था कि हम पांच दिसंबर को शून्य काल सत्र के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ सांसद निशिकांत दुबे द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों से बेहद चिंतित हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप हमारी शिकायत की जांच करने तथा सभी अपमानजनक व असंसदीय टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दें। आपके निर्णय के बाद कांग्रेस पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र के लिए सूचीबद्ध विधायी कार्य में भाग लेने की इच्छुक है।'
विदेशी निवेशक और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच संबंध होने के आरोप पर कांग्रेस ने भाजपा के सांसद दुबे पर निशाना साधा। पार्टी का कहना था कि अदाणी के एजेंटों को केवल एक काम दिया गया है कि वह समूह के महा भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वालों को बदनाम करें और उन्हें गाली दें। संसद के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए, गोगोई ने कहा था कि जब भी राहुल गांधी अदाणी के खिलाफ बोलते हैं तभी संसद में अदाणी के स्लीपर सेल सक्रिय हो जाते हैं।
मालूम हो कि निशिकांत दुबे ने बीते गुरुवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। उस समय विपक्ष उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा और राहुल गांधी को वहां जाने से रोके जाने पर चर्चा करने की मांग कर रहा था। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दुबे को पहले बोलने की अनुमति दी और कहा कि विपक्ष के सदस्य उनके बाद संभल के बारे में बोल सकते हैं।
निशिकांत दुबे ने अपने भाषण में आरोप लगाया कि कांग्रेस और राहुल गांधी खोजी मीडिया संगठन, संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना (ओसीसीआरपी) और जॉर्ज सोरोस के साथ मिलकर संसद और मोदी सरकार को गिराने की योजना बना रहे हैं। विपक्ष दल मोदी सरकार को गिराने के लिए लगातार विभिन्न रणनीतियां तैयार कर रहे हैं। वे नफरत में डूबे हुए हैं और विदेशी फंडिंग की मदद से मोदी जी और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने में लगे हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि एक फ्रांसीसी मीडिया संगठन, मेदियापार ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया कि ओसीसीआरपी संगठन, जो सोरोस फाउंडेशन द्वारा समर्थित है और जिसे अमेरिकी सरकार द्वारा फंड किया जाता है, वो भारतीय संसद को पटरी से उतारने का काम कर रहा है। ये संसद को चलने नहीं देना चाहते हैं।
उन्होंने आगे सोरोस के बारे में बोलते हुए कहा कि वे विश्व अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारकर अपना लाभ कमाते हैं। दुबे ने 1991 में बैंक ऑफ इंग्लैंड की स्थिति का हवाला देते हुए बताया कि सोरोस ने इसे बाधित कर छह बिलियन डॉलर का लाभ कमाया। अब उनका लक्ष्य भारत की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारना है। इसके अलावा ओसीसीआरपी द्वारा की गई कोई भी रिपोर्ट तुरंत कांग्रेस पार्टी द्वारा ट्वीट की जाती है।
दुबे ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ओसीसीआरपी द्वारा प्रकाशित अलग-अलग रिपोर्टों को लेकर संसद नहीं चलने देने की कोशिश की है। इसमें पेगासस स्पाइवेयर, भारत में विकसित टीके और कोविड-19 के खिलाफ उनकी प्रभावकारिता, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और कोयला खदानों पर रिपोर्ट शामिल थी।
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