कस्बे से गांवों तक धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस

Sep 5, 2023 - 18:49
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कस्बे से गांवों तक धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस

कस्बे से गांवों तक धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस

हरदोई (आरएनआई)नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों, निजी, बेसिक, माध्यमिक, डिग्री कॉलेज आदि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। ब्लॉक संसाधन केंद्र कछौना की सभागार में अटेवा पेंशन बचाओ मंच के बैनर तले शिक्षक दिवस आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मां सरस्वती व डॉक्टर राधाकृष्णन जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। खण्ड शिक्षा अधिकारी शशांक सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को माल्यार्पण व अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया। शिक्षकों ने सेवा अवधि के अनुभव साझा किये। खण्ड शिक्षा अधिकारी शशांक सिंह ने कहा वर्तमान परिवेश में आपकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण है, हमारे शिक्षक साथी सीमित संसाधनों में मेहनत कर शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। जिससे लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है। राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षक समाज के शिल्पकार हैं। सनशाइन कान्वेंट स्कूल में धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया गया।यू०जे० इंटरनेशनल स्कूल में डॉक्टर की राधा कृष्ण के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर नौनिहालों ने लेख नाटक आदि का मंचन का डॉक्टर राधा कृष्णन के जीवन पर प्रकाश डाला।उनके जीवन व विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। सनशाइन कान्वेंट के प्रबंधक सुनील सोनी ने डॉक्टर राधाकृष्णन के जन्मदिवस व व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। डॉक्टर राधाकृष्णन महान शिक्षाविद दार्शनिक थे। वह भारत के उपराष्ट्रपति व राष्ट्रपति भी रहे हैं। 1954 में उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया गया था। वह समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे। नौनिहालों ने शिक्षकों को पुष्प उपहार देकर सम्मानित किया। क्षेत्र के विनय सरस्वती शिशु मंदिर समसपुर में शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि विद्या भारती शिक्षा सेवा संयोजक हरीबाबू द्विवेदी ने गुरु शिष्य की परंपरा पर प्रकाश डाला, गु- दूर करने वाला, रु - अंधकार को कहां, सच्चा ज्ञान वही है जो आपके अंदर के अज्ञान को समाप्त करें, वर्तमान समय में शिक्षा का बाजारी करण हो गया हैं। परीक्षा को पास करना और नौकरी पाना ही इस दौड़ की प्राथमिकता रह गई है। जबकि शिक्षक बच्चों के रोल मॉडल हैं, सही दिशा मिले बच्चे आसमान में रंग भर सकते हैं।

              इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी शशांक सिंह, शिक्षक आशीष कुमार, राजेश कुमार, जगदीश सिंह, लाल बहादुर सिंह, शैलेंद्र सिंह, दीपक कुमार दीक्षित सहित समस्त शिक्षक, नौनिहालों, अभिभावकों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।

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Laxmi Kant Pathak Senior Journalist | State Secretary, U.P. Working Journalists Union (Regd.)