कलेक्टर ने दिए समन्वय और नवाचार के साथ कार्य करने के निर्देश

गुना (आरएनआई) कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने साप्ताहिक समय-सीमा बैठक में विकसित भारत, विकसित मध्यप्रदेश एवं विकसित गुना 2047 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी अधिकारियों को समन्वय और नवाचार के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुना जिले को प्रदेश के शीर्ष 10 जिलों में शामिल करने के लिए योजनाबद्ध और प्रभावी कार्य करना आवश्यक है। बैठक में अपर कलेक्टर अखिलेश जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक दुबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
समय-सीमा पत्रकों की समीक्षा
बैठक की शुरुआत में कलेक्टर ने लंबित पत्रों की बिंदुवार समीक्षा की और निर्देश दिए कि प्रकरणों का शीघ्र एवं प्रभावी निराकरण किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधानसभा प्रश्नों के उत्तर निर्धारित समय-सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से भेजे जाएं।
भू-जल संरक्षण पर विशेष जोर
कलेक्टर ने पीएचई एवं जल संसाधन विभाग को निर्देशित किया कि जिले में शासकीय एवं निजी बोरिंग मशीन संचालकों का रिकॉर्ड तैयार किया जाए। उन्होंने अनुपयोगी बोरिंग को विधिवत केसिंग कर बंद करने के लिए संबंधित एसडीएम की निगरानी में कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बाल स्वास्थ्य एवं पोषण – दस्तक अभियान
18 फरवरी से 18 मार्च तक दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का संचालन किया जा रहा है। कलेक्टर ने समय पर सभी तैयारियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने 70+ आयुष्मान कार्ड की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और स्पष्ट किया कि यदि अगले सप्ताह तक सुधार नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
कृषि एवं आवास योजनाओं की समीक्षा
कलेक्टर ने मंडी सचिव को आगामी फसल सीजन के लिए सक्रिय रहने और किसानों की समस्याओं के शीघ्र समाधान पर जोर दिया। इसके अलावा, पीएम आवास योजना की पीपीटी के माध्यम से समीक्षा करते हुए उन्होंने किस्तों के वितरण में पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बैठक के अंत में कलेक्टर ने कहा कि सभी विभागों को विकसित भारत, विकसित मध्यप्रदेश एवं विकसित गुना 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नवाचार और समन्वय के साथ कार्य करना होगा। एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाए रखने के लिए ई-ऑफिस प्रणाली को प्राथमिकता से अपनाने के निर्देश दिए गए।
आज कलेक्टर द्वारा समय सीमा बैठक में गोबर से निर्मित उत्पादों के लिए स्व-सहायता समूह की दीदियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। डीपीएम एनआरएलएम श्रीमति सोनू सुशीला यादव ने बताया कि ग्रामीण विकास अंतर्गत 40 गौशालाओं का संचालन स्व सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है, जिसमें 10 गौशालाओं के स्व सहायता समूह सदस्यों के 40 सदस्यों को गौ-काष्ट एवं गोबर से निर्मित उत्पादों के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। विभिन्न उत्पादों को बनाने की पूरी जानकारी लेकर कलेक्टर द्वारा सुंदर उत्पाद व इस हुनर की सराहना की गई। स्व-सहायता समूह सदस्यों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने कहा की गुना जिले की समूह की दीदियां लखपति के बाद करोड़पति बनने की भी तैयारी करें। आज इस दौरान मास्टर ट्रेनर श्रीमति शैलेन्द्र पाठक को भी सीईओ जिला पंचायत द्वारा भी प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कलेक्टर द्वारा आजीविका मिशन के इस सराहनीय पहल के लिए मिशन की प्रशंसा की गयी।
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