कई भागों में दो दिन भारी बारिश का अलर्ट, राज्य में 45 सड़कें और 215 बिजली ट्रांसफार्मर ठप
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से सोमवार को जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में 4 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहेगा।
शिमला (आरएनआई) हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से सोमवार को जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में 4 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहेगा। 29 जुलाई से 3 अगस्त तक कई स्थानों पर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। उधर, रविवार रात को राज्य के कई भागों में झमाझम बारिश दर्ज की गई। घमरूर में 96.0, जुब्बड़हट्टी 63.4, चुवाड़ी 57.7, नादौन 56.5, धौलाकुआं 51.0, शिलारू 50.9, जोगिंदरनगर 50.0, धर्मशाला 48.8 व देहरा गोपीपुर में 47.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 4-5 दिनों के दौरान राज्य में मानसून के रफ्तार पकड़ने की संभावना है। 31 जुलाई और 1 अगस्त को इसकी तीव्रता सबसे अधिक रहने की संभावना है। 29 जुलाई से 3 अगस्त के दौरान चंबा, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू, सोलन, शिमला, सिरमौर जिले में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। 31 जुलाई और 1 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इन दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की अनुसार सोमवार सुबह 10:00 बजे तक राज्य में 45 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। शिमला, मंडी, चंबा व लाहौल-स्पीति जिले में 215 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं। वहीं कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर दत्यार के पास अखबार लेकर आ रही गाड़ी पर पत्थर गिर गए। हादसे में व्यक्ति मौत हो गई है। जबकि चालक सहित तीन गंभीर घायल हुए हैं।
उधर, भारी बारिश से राजधानी शिमला में भी जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन से पवाबो-क्यार-कोटी सड़क व भराड़ी के बड़ा मोड़ में बाधित हो गई। वहीं विकासनगर में पेड़ गिर गया। इससे एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। शहर के कई अन्य भागों में भी भूस्खलन की सूचना है।
कांगड़ा जिले के अंतर्गत संसारपुर टैरेस से होकर गुजरने वाली स्वां खड्ड का जलस्तर बढ़ गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण निचले क्षेत्र में बहने वाले नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि, प्रशासन में एहतियात के तौर पर नदी-नालों के किनारे रहने वाले प्रवासियों को पहले ही यहां से दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। कांगड़ा जिले में रविवार से सोमवार सुबह तक मूसलाधार बारिश हुई।
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.4, सुंदरनगर 23.0, भुंतर 21.0, कल्पा 15.5, धर्मशाला 20.5, ऊना 24.0, नाहन 25.1, केलांग 16.1, पालमपुर 21.0, सोलन 20.6, मनाली 19.6, कांगड़ा 22.4, मंडी 25.1, बिलासपुर 25.0, हमीरपुर 26.7, चंबा 23.6, डलहौजी 18.8, कुफरी 16.0, कुकुमसेरी 14.2, रिकांगपिओ 19.4, धौलाकुआं 26.1, कसौली 21.2, पांवटा साहिब 26.0, देहरा गोपीपुर 27.0, ताबो 13.7, सैंज 20.7 व बजौरा में 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
लाहौल-स्पीति जिले के दुर्गम क्षेत्र मयाड़ घाटी के करपट नाला में आई बाढ़ ने तबाही मचाई है। बाढ़ से प्राइमरी स्कूल का स्टोर और शौचालय पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। साथ ही 10 से 12 बीघा में लहलहाती फसल में गाद भर गई है। नाले से लगती कुछ जमीन भी बाढ़ में बह गई। 30 घरों की आबादी वाले करपट गांव के ग्रामीणों ने अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर टेंट का सहारा लिया। बाढ़ गांव के दोनों छोर से निकल गई। करपट नाले में आई बाढ़ से ग्रामीण एक बार फिर से खौफ के साये में जीने को विवश हो गए हैं। उधर, पलचान गांव खतरे की जद में आ गया है। प्रशासन ने पांच मकानों में रह रहे लगभग 63 लोग सुरक्षित जगह शिफ्ट कर दिए है। मकानों को खाली करवा दिया गया है।
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