ओपिनियन पोल में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पार्टी की बुरी तरह हार
ब्रिटेन में जनमत सर्वे में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की चुनाव में बुरी तरह हार दिखाई गई है। सर्वेक्षण के मुताबिक सुनक की पार्टी को चुनाव में सिर्फ 21 प्रतिशत वोट ही मिलेंगे। जबकि लेबर पार्टी को 46 प्रतिशत समर्थन मिलेगा।
लंदन (आरएनआई) ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव से पहले एक और सर्वे में ब्रिटेन के वर्तमान पीएम ऋषि सुनक की करारी हार की भविष्यवाणी की है। ताजा तीन सर्वे में कहा गया है कि चार जुलाई को होने वाले आम चुनावों में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी का इस बार सफाया हो जाएगा। साथ ही सुनक की पार्टी के लिए गंभीर तस्वीर पेश की है। ताजा सर्वे में कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी को 46% समर्थन मिला है, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी के लिए समर्थन 4 अंक गिरकर 21% हो गया है।
ये ताजा सर्वे मार्केट रिसर्च कंपनी सावंता ने संडे टेलीग्राफ के लिए 12 जून से 14 जून के बीच आयोजित किया गया था। इस सर्वे के नतीजे तब सामने आए हैं जब चुनाव प्रचार का आधे से ज्यादा समय बीत चुका है। एक हफ्ते बाद दोनों ही कंजर्वेटिव और लेबर पार्टियां अपने घोषणा पत्र लेकर जनता के सामने जाने के लिए तैयार हैं। ये घोषणा पत्र लोगों को वोट डालने से कुछ समय पहले ही मिलेगा। ऋषि सुनक ने 22 मई को शीघ्र चुनाव की घोषणा करके अपनी ही पार्टी में कई लोगों को चौंका कर दिया था।
सावंता के राजनीतिक अनुसंधान निदेशक क्रिस हॉपकिंस ने कहा कि हमारे शोध से पता चलता है कि इस चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी का बुरी तरह सफाया हो जाएगा। संडे टाइम्स में प्रकाशित सर्वेशन के एक अलग सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि कंजर्वेटिव पार्टी 650 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में केवल 72 सीटों पर सिमट सकती ही - जो उनके लगभग 200 साल के इतिहास में सबसे कम होगा। जबकि लेबर पार्टी को 456 सीटें मिलेंगी।
इससे पहले आए बेस्ट फॉर ब्रिटेन के सर्वे में तो यहां तक कहा गया था कि प्रधानमंत्री सुनक खुद अपनी सीट भी नहीं बचा पाएंगे। उस सर्वे में कहा गया था कि पता चला है कि देश में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को इस साल के अंत में होने वाले आम चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक अपनी उत्तरी यॉर्कशायर सीट भी शायद ही बचा पाएं। बेस्ट फॉर ब्रिटेन ने इस सर्वे से पहले 15,029 लोगों की राय ली थी। जिसके आधार पर तैयार रिपोर्ट में विपक्षी लेबर पार्टी को 45 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कंजर्वेटिव की तुलना में 19 अंकों की बढ़त के साथ शीर्ष पर रखा गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि आगामी चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी की संभावनाए अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि वे इस बार 100 से भी कम सीटें जीत रहे हैं, वहीं, विपक्षी लेबर पार्टी को इसका खासा फायदा मिलेगा। लेबर पार्टी इस बार 468 सीटें जीत सकती है।
सर्वे के मुताबिक, इस बार 28 मौजूदा कैबिनेट सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं, उनमें से भी केवल 13 ही दोबारा चुने जाएंगे। इस सर्वे को लेकर पूर्व ब्रेक्सिट सचिव और सुनक के बड़े आलोचक लॉर्ड डेविड फ्रॉस्ट ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नवीनतम सर्वेक्षण आंकड़ों से पता चलता है कि कंजर्वेटिव पार्टी हताशा का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि मतदान समय के साथ बदतर होता जा रहा है, बेहतर नहीं।
चुनाव से पहले आए अधिकांश सर्वे में कंजर्वेटिवों के मुकाबले लेबर पार्टी को आरामदायक बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है। मौजूदा समय में पार्टी सियासी उथल-पुथल, रोजमर्रा की वस्तुओं में बढ़ती लागत के संकट और बढ़ते आप्रवासन के बीच सत्ता-विरोधी लहर से जूझ रही है।
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