ओजोन परत पर गंभीर प्रभाव डाल रही मीथेन, हो सकती है गंभीर क्षति
ओजोन परत पृथ्वी और उस पर रहने वाले जीवों को हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाने में अहम भूमिका निभाती है। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल जैसे वैश्विक प्रयासों ने ओजोन-नाशक पदार्थों पर नियंत्रण पाने में सफलता हासिल की है, लेकिन जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों के चलते ओजोन परत की पूर्ण बहाली अब भी अनिश्चित बनी हुई है।

नई दिल्ली (आरएनआई) यदि भविष्य में मीथेन उत्सर्जन में वृद्धि जारी रहती है तो यह ध्रुवीय क्षेत्रों में ओजोन परत की पुनर्स्थापना को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। एक अध्ययन में मीथेन उत्सर्जन और समताप मंडल में ओजोन परत की बहाली के बीच मौजूद जटिल संबंधों को उजागर किया गया है। इसके निष्कर्ष एडवांसेज इन एटमॉस्फेरिक साइंसेज नामक जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।
ओजोन परत पृथ्वी और उस पर रहने वाले जीवों को हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाने में अहम भूमिका निभाती है। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल जैसे वैश्विक प्रयासों ने ओजोन-नाशक पदार्थों पर नियंत्रण पाने में सफलता हासिल की है, लेकिन जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों के चलते ओजोन परत की पूर्ण बहाली अब भी अनिश्चित बनी हुई है।
बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अध्ययन में मीथेन की दोहरी भूमिका को रेखांकित किया गया है। मीथेन एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है जो जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा देती है। इसके अलावा यह वायुमंडल में विभिन्न जटिल रासायनिक क्रियाओं में भी भाग लेती है जो ओजोन स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि भविष्य में ओजोन रिकवरी और जलवायु परिवर्तन से जुड़े पूर्वानुमानों की सटीकता के लिए इन दोहरे प्रभावों को समझना आवश्यक है।
बढ़ता मीथेन उत्सर्जन बेहद खतरनाक है, क्योंकि यह आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों में ओजोन परत की बहाली पर विशेष रूप से गंभीर प्रभाव डाल सकता है। जिस प्रकार जमीनी स्तर पर ओजोन हानिकारक होती है, लेकिन समताप मंडल में यह लाभकारी भूमिका निभाती है, उसी तरह मीथेन और अन्य संबंधित तत्व भी दोहरे प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं। गहराई से अध्ययन करने पर इनकी जटिल प्रकृति को समझा जा सकता है, जिससे जलवायु प्रबंधन के लिए प्रभावी रणनीतियां तैयार करने में मदद मिलेगी।
भविष्य में शोधकर्ता ओजोन रिकवरी को प्रभावित करने वाले अन्य कारकों को भी अपने मॉडल में शामिल करने की योजना बना रहे हैं। उनका उद्देश्य ओजोन परत की बहाली से जुड़े संभावित जलवायु और वायुमंडलीय प्रभावों को गहराई से समझना है ताकि इन कारणों और उनके परिणामों के बीच संबंध स्पष्ट किया जा सके। शोधकर्ताओं अंतिम लक्ष्य ओजोन परत की बहाली के विभिन्न पहलुओं को व्यापक रूप से समझना और उन कारकों की पहचान करना है जो इस प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं।
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