एक साल में 37 करोड़ बढ़ा बनारसी साड़ी का कारोबार
एक साल में 37 करोड़ बनारसी साड़ी का कारोबार बढ़ा है। 48 फर्में भी बढ़ गई हैं। जीआई उत्पाद में शामिल बनारसी साड़ी की दुनिया भर में मांग है। यही वजह है कि बुनकरी और रंगाई-कढ़ाई से जुड़े कारीगरों को लगातार ऑर्डर मिल रहा है।
वाराणसी (आरएनआई) जीआई उत्पाद में शामिल बनारसी साड़ी की मांग देश हीं नहीं बल्कि दुनिया भर में है। यूरोपियन देशों में भी बनारसी साड़ी की मांग काफी बढ़ी है। हाल ही में देश के उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी में दुल्हन समेत अतिथियों के तन पर बनारसी साड़ी ही दिखी। दुनिया भर में अपनी पहचान बना चुकी बनारसी साड़ी का कारोबार एक साल में 37 करोड़ से अधिक हुआ है। यही नहीं, नई फर्मों की संख्या भी 48 तक पहुंच गई है।
जीएसटी आंकड़ों पर गौर करें तो वित्तीय वर्ष 2023-24 में 503 करोड़ 15 लाख 96 हजार का बनारसी साड़ी कारोबार हुआ है। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 466 करोड़ 13 लाख 48 हजार का कारोबार हुआ था। पिछले साल फर्म की संख्या 761 थी और इस साल 809 पहुंच गई है। जिले में जीएसटी के कुल 21 खंड से बनारसी साड़ी का कारोबार सबसे अधिक खंड तीन से हुआ है।
लघु उद्योग भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि बनारसी साड़ी कारोबार पिछले साल के मुकाबले तेजी से बढ़ा है। बुनकरी और रंगाई-कढ़ाई से जुड़े कारीगरों को लगातार ऑर्डर मिल रहा है। जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर रमाशंकर सिंह ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले बनारसी साड़ी का कारोबार और फर्मों की संख्या भी बढ़ी है।
नीता अंबानी और उनकी बहू राधिका के लिए बनारसी साड़ी बना चुके रामनगर के मच्छरहट्टा निवासी निलेश मौर्य को पेरिस ओलंपिक में भी बनारसी साड़ी की प्रदर्शनी और बुनकारी हुनर दिखाने का मौका मिला है। 22 जुलाई से ही वह अपने हथकरघे पर बनारस साड़ी की बुनाई कर रहे हैं। रिलायंस समूह की ओर से लगाए गए फेयर में बनारसी साड़ी को खूब पसंद किया जा रहा है।
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