ईडी के सामने पेश हुए केटीआर, बोले- कुछ गलत नहीं किया; राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से फंसाया जा रहा
केटीआर ने बताया कि बैंक टू बैंक लेनदेन के माध्यम से फॉर्मूला ई ऑपरेशंस लिमिटेड को 46 करोड़ का भुगतान किया गया। एक भी रुपये का दुरुपयोग नहीं किया गया और प्रत्येक रुपये का हिसाब दिया गया है।
हैदराबाद (आरएनआई) बीआरएस कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (केटीआर) फॉर्मूला-ई इवेंट से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) के समक्ष पेश हुए। केटीआर ने दावा किया कि कोई गलत काम नहीं हुआ है, उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से फंसाया जा रहा है। तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार इन घटनाओं को अदालतों और जांच एजेंसियों के माध्यम से घसीटने पर तुली हुई है। उन्हें इससे पहले सात जनवरी को ईडी के समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया गया था। हालांकि, उन्होंने दो सप्ताह का अनुरोध किया था और बाद में उन्हें 16 जनवरी को पेश होने के लिए एक नई तारीख दी गई थी। गुरुवार को वे ईडी के सामने पेश हुए।
केटीआर 10:30 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे। पुलिस ने कार्यालय के सामने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। बड़ी संख्या में बीआरएस नेता और कार्यकर्ता जांच एजेंसी दफ्तर के सामने एकत्र हुए। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार और एचएमडीए के पूर्व मुख्य इंजीनियर बीएलएन रेड्डी भी इसे मामले में ईडी के समक्ष पेश हुए थे। एजेंसी ने तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक शिकायत का संज्ञान लेने के बाद हाल ही में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की।
केटीआर ने बताया कि बैंक टू बैंक लेनदेन के माध्यम से फॉर्मूला ई ऑपरेशंस लिमिटेड को 46 करोड़ का भुगतान किया गया। एक भी रुपये का दुरुपयोग नहीं किया गया और प्रत्येक रुपये का हिसाब दिया गया है। तेलंगाना मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "कथित भ्रष्टाचार, हेराफेरी, मनी लॉन्ड्रिंग कहां है? यदि कुछ है, तो सीएम रेवंत रेड्डी की अदूरदर्शिता और आयोजन के दूसरे वर्ष को रद्द करने का उनका विचारहीन, एकतरफा निर्णय, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है। मुझे यकीन है कि सच का खुलासा जल्द ही होगा। तब तक हम न्याय के लिए लड़ते रहेंगे।
दिसंबर 2024 में एसीबी ने पिछले बीआरएस शासन के दौरान 2023 में रेस आयोजित करने के लिए केटीआर और दो अन्य के खिलाफ कथित भुगतान पर मामला दर्ज किया था, इसमें से अधिकांश विदेशी मुद्रा में बिना मंजूरी के थे। यह हैदराबाद में फरवरी 2023 में आयोजित फॉर्मूला-ई रेस के दौरान किए गए कथित भुगतान में अनियमितताओं से जुड़ा है। इस मामले में उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष 16 जनवरी को पेश होना है।
ईडी की प्राथमिकी में पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के बेटे केटीआर आरोपी संख्या-1 के रूप में नामित किया गया गया है। इसके अलावा, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी अरविंद कुमार को आरोपी संख्या-2 और सेवानिवृत्त अधिकारी बीएलएन रेड्डी को आरोपी संख्या-3 के रूप में नामित किया गया गया है। सूत्रों के मुताबिक, मामला करीब 55 करोड़ रुपये के भुगतान से जुड़ा है, जिसमें से कुछ भुगतान बिना अनुमोदन (अप्रूवल) विदेशी मुद्रा में किए गए थे और यह भुगतान फॉर्मूल-ई रेस के आयोजन के लिए किया गया था। बता दें कि पिछले बीआरएस शासन के दौरान 2023 नगरपालिका प्रशासन मंत्री थे।
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