इस्राइल ने चार महीने बाद कबूली इस्माइल हानिया की हत्या की बात; कहा- सभी हमास नेताओं का सिर काट देंगे
इस्राइल के रक्षा मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर हमास प्रमुख की हानिया की ईरान में हत्या करने की बात स्वीकार की। एक कार्यक्रम में इस्राइल काट्ज ने कहा कि इन दिनों हूती आतंकी संगठन इस्राइल पर मिसाइलें दाग रहा है। मैं कहना चाहता हूं कि इस्राइल के बुनियादी ढांचे को जो भी नुकसान पहुंचाएगा, हम उसके नेताओं का सिर काट देंगे।
तेल अवीव (आरएनआई) इस्राइल ने चार महीने बाद हमास प्रमुस इस्माइल हानिया की हत्या की बात कबूल की है। इस्राइल के रक्षा मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर हमास प्रमुख की हानिया की ईरान में हत्या करने की बात स्वीकार की। एक कार्यक्रम में इस्राइल काट्ज ने कहा कि इन दिनों हूती आतंकी संगठन इस्राइल पर मिसाइलें दाग रहा है। मैं कहना चाहता हूं कि इस्राइल के बुनियादी ढांचे को जो भी नुकसान पहुंचाएगा, हम उसके नेताओं का सिर काट देंगे। जैसा हमने तेहरान, गाजा और लेबनान में हानिया, सिनवार और नरसल्ला के साथ किया था। हम यमन के होदेदाह और सना में भी यही करेंगे।
इस्राइल रक्षा मंत्रालय के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा कि हमने हमास को हराया। हमने हिजबुल्ला को हराया। हमने ईरान की रक्षा प्रणाली को खत्म कर दिया। हमने उसके उत्पादन संयंत्रों को नुकसान पहुंचाया। हमने सीरिया में असद शासन को उखाड़ फेंका। हमने बुराई की हर धुरी को गंभीर झटका दिया है। अब हम यमन में भी यही करेंगे। यहां हूती आतंकी संगठन को खत्म कर देंगे।
उन्होंने कहा कि हूती लगातार इस्राइल पर हमला कर रहा है। वे गाजा में एक साल से चल रहे इस्राइल के युद्ध में फलस्तीनियों के साथ एकजुटता से काम कर रहे हैं। 31 जुलाई को तड़के तेहरान में हानिया की हत्या कर दी गई थी। हमास और ईरान दोनों ने इस्राइल पर हानिया की हत्या करने का आरोप लगाया था। इस्राइल ने इन आरोपों को कभी स्वीकार नहीं किया।
इस्माइल हानिया, हमास की राजनीतिक शाखा का प्रमुख था। साल 2006 में फलस्तीन के आम चुनावों में हमास की जीत के बाद से ही संगठन में हानिया का दबदबा बढ़ने लगा था। उसे गाजा पट्टी में फलस्तीनी प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। इस दौरान मिस्र से गाजा पट्टी में आयातित वस्तुओं पर भारी कर लगाकर हानिया ने अपनी संपत्ति कई गुना बढ़ा ली। 2014 में हमास द्वारा सभी व्यापार पर 20 प्रतिशत कर लगाए जाने की घोषणा की गई थी। एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इन करों की वजह से हमास के 1,700 टॉप कमांडर करोड़पति बन गए।
इस्राइल पर बीते साल 7 अक्तूबर को हुए हमले के पीछे भी इस्माइल हानिया की अहम भूमिका थी और यही वजह थी कि इस्माइल हानिया इस्राइली सुरक्षा बलों के निशाने पर था। इस्माइल हानिया कतर में रह रहा था और बताया जाता है कि वहां वह ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहा था। इस्राइल पर हुए 7 अक्तूबर के हमले को उसने अपने ऑफिस में टीवी पर देखा था और हमले का समर्थन किया था।
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