आस्था सब पर भारी श्रद्धा और विश्वास का अटूट संगम भक्तों के जनसैलाब में बिजेथुआ धाम में
सूरापुर। बिजेथुआ महावीरन धाम में मंगलवार को हनुमान जी की सात कोसी परिक्रमा करने के लिए राम नाम संकीर्तन करते हुए साधु संतों के साथ गृहस्थ जीवन जीने वाले श्रद्धालु उमड़ पड़े। सुल्तानपुर और जनपद जौनपुर के दर्जनों गांवों से होते हुए श्रद्धालुओं ने परिक्रमा पथ तय की। धाम प्रांगण में गृहस्थ जीवन जीने वालों ने सत्यनारायण भगवान का कथा श्रवण किया।
कालिनेमि वध स्थली पावन नगरी विजेथुआ महाबीर धाम में हनुमान जी का आशीर्वाद लेने हरिप्रबोधनी देवोत्थान एकादशी को भोर से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया। हनुमत जयकारों के गगनभेदी स्वरों के साथ श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर की 108 बार परिक्रमा कर सात कोसी परिक्रमा करने निकले।
भजन कीर्तन करते हनुमत भक्तों ने परिक्रमा पूरी कर मनवांछित फल प्राप्ति की कामना की।बिजेथुआ महावीर धाम में स्थित संस्कृत विद्यालय आचार्य प्रेम नारायण दूबे ने बताया कि कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष एकादशी की तिथि को देवउठनी एकादशी मानाई जाती है। इस दिन तुलसी विवाह का उत्सव भी होता है।देवउठनी एकादशी को छोटी दीपावली एवं प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के अनुसार इस दिन श्री हरि अपने शयन से उठते हैं। इसी तिथि के पश्चात विवाह, उपनयन, गृहप्रवेश आदि मंगल कार्य का मूहर्त आरंभ होता है।
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