अष्टम आयुर्वेद दिवस 10 को
हाथरस-8 नवम्बर। आगामी 10 नवंबर को जनपद में अष्टम आयुर्वेद दिवस को सफल बनाने के उद्देश्य से परियोजना निदेशक राजेश कुमार कुरील की अध्यक्षता में विकास भवन कार्यालय कक्ष में तैयारियों को लेकर बैठक संपन्न हुई।
परियोजना निदेशक ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों को अष्टम आयुर्वेद दिवस को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत शासन द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन शतप्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। परियोजना निदेशक ने क्षेत्रीय यूनानी एवं आयुर्वेद अधिकारी को निर्देश दिए की सभी आयुष चिकित्सालय के माध्यम से जनमानस को आयुष पद्धति एवं उससे लाभ तथा योग के लाभ के बारे में व्यापक-प्रचार प्रसार करते हुए जागरूक किया जाए। स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में जन भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, इसलिए अधिक से अधिक लोगों में उचित जीवन शैली, संतुलित खानपान, व्यायाम आदि के बारे में आयुष चिकित्सकों द्वारा जागरूकता की जाए तथा स्वास्थ्य एवं औषधीय के विषय में जन सामान्य को सलाह देने के उद्देश्य से आयुष की विधाओं आयुर्वेद एवं होम्योपैथिक के चिकित्सकों के द्वारा कैंप लगाए जाएं। उन्होंने आगामी 10 नवम्बर को आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को आयुष औषधि, खान-पान, आहार विहार एवं योग की जानकारी तथा कृषि विभाग तथा जिला उद्यान विभाग के अधिकारियों को किसानों को औषधीय पौधों की खेती, हर्बल कीटनाशक के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने एवं शैक्षणिक संस्थानों में पोस्टर, स्लोगन, मोटे अन्न की रेसिपी, वाद, विवाद प्रतियोगिता, निबंध, रैली आदि कार्यक्रम कराये जाने के निर्देश दिए।
परियोजना निदेशक ने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि अष्टम आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में जनपद में जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं उनकी फोटो वेबसाइट ंलनतअमकंकंलण्वतहण्पद पर अपलोड करने के निर्देश दिए। बैठक में क्षेत्रीय यूनानी एवं आयुर्वेदिक अधिकारी नरेन्द्र सिंह ने वर्तमान तक की गई गतिविधियों से विस्तार पूर्वक अवगत कराया। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, आयुर्वेदिकध्होम्योपेथिक चिकित्सक तथा अन्य संबंधित अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित थे।
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