अफ्रीकी देश कांगो में उग्रवादियों का हमला
कर्नल मपेला मविनियामा ने बताया कि रविवार शाम कोडको मिलिशिया के कुछ हथियार बंद लड़ाके गोबू गांव में घुस गए थे। इस दौरान लगातार फायरिंग की।
अफ्रीकी। (आरएनआई) देश कांगो के गांव पर एक बार फिर हमला हो गया। मिलिशिया समूह के लड़ाकों द्वारा किए गए हमले में 14 लोगों की मौत हो गई। कांगो सेना ने हमले की पुष्टि की। कर्नल मपेला मविनियामा ने बताया कि रविवार शाम कोडको मिलिशिया के कुछ हथियार बंद लड़ाके गोबू गांव में घुस गए थे। इस दौरान लगातार फायरिंग की। कांगो सेना ने जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान नौ नागरिक, चार हमलावर और एक सैनिक की मौत हो गई। वहीं, दो सैनिक और दो नागरिख घायल हो गए।हाल ही में अफ्रीकी देश नाइजीरिया के उत्तरी क्षेत्र में भी उग्रवदियों ने सेना पर घात लगाकर हमला कर दिया था। नाइजीरियाई सेना ने बताया कि हमले में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इस वजह से 36 नाइजीरियाई सैनिकों की मौत हो गई। रक्षा प्रवक्ता मेजर जनरल एडवर्ड बुबा ने बताया था कि सशस्त्र गिरोहों ने हमारे सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया है। गोलीबारी में तीन सैन्य अधिकारियों सहित 22 सैनिकों की मौत हो गई थी। जबकि, सात सैनिक घायल हो गए थे। उन्होंने आगे बताया कि मृतकों और घायलों को बाहर निकालने के लिए वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर भेजा गया था लेकिन वह भी क्रैश हो गया था, जिससे 14 अन्य जवानों की भी मौत हो गई थी।
पड़ोसी देश नाइजर में सेना ने तख्तापलट कर दिया था। नाइजर सेना ने दावा करते हुए कहा था कि उन्होंने राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम की सरकार को उखाड़ फेंका है। उन्होंने राष्ट्रपति बजौम को कैद कर लिया है। यूएन-अमेरिका के हस्तक्षेप पर सैनिकों ने आपत्ति जताते हुए उन्हें धमकी भी दी थी। विदेशी मीडिया के अनुसार, नाइजर के राष्ट्रीय चैनल पर सैनिकों ने तख्तापलट का एलान किया था। कर्नल अमादौ अब्द्रमाने अपने साथी सैनिकों और अधिकारियों के साथ टीवी पर आए थे। कर्नल ने टीवी पर लाइव आकर कहा कि देश की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था और खराब शासन के कारण हम राष्ट्रपति शासन को खत्म कर रहे हैं। नाइजर के बॉर्डर सील हैं। अब न तो कोई देश से बाहर जा सकता है और न ही बाहर से देश में प्रवेश कर सकता है। पूरे देश में कर्फ्यू है। सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
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