अदाणी के खिलाफ रिपोर्ट से सनसनी मचाने वाली 'हिंडनबर्ग रिसर्च' कंपनी बंद
अमेरिकी निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन ने बुधवार को बड़ा एलान करते हुए कंपनी को बंद कर दिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट के कारण भारतीय व्यवसायी गौतम अदाणी और उनकी कंपनियों के अरबों डॉलर डूब गए थे।
वाशिंगटन (आरएनआई) भारतीय व्यवसाय समूह अदाणी और सेबी के खिलाफ अपने रिपोर्ट से सनसनी मचाने वाली 'हिंडनबर्ग रिसर्च' कंपनी बंद हो गई है। एक दिन पहले (बुधवार) कंपनी के संस्थापक नाथन एंडरसन ने इसकी घोषणा की है। विवादित कंपनी 'हिंडनबर्ग रिसर्च' की शुरुआत साल 2017 में हुई थी। वहीं इसे बंद करने के पीछे नाथन एंडरसन ने कोई विशेष कारण नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि कंपनी बंद करने का फैसला काफी बातचीत और सोच कर लिया है।
अपने घोषणा के दौरान नाथन एंडरसन ने कहा- जैसा कि मैंने पिछले साल के अंत से ही अपने परिवार, दोस्तों और अपनी टीम के साथ साझा किया है, मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय लिया है। योजना यह थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। जिन्हें हमने अभी पूरा किया है और विनियामकों के साथ साझा कर रहे हैं, वह दिन आज है।
अपने बयान में एंडरसन ने कहा, कोई एक खास बात नहीं है - कोई खास खतरा नहीं, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं और कोई बड़ा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं। किसी ने एक बार मुझसे कहा था कि एक निश्चित समय पर एक सफल करियर एक स्वार्थी काम बन जाता है। उन्होंने कहा, 'अब मुझे अपने आप में कुछ सहजता महसूस हुई है, शायद मेरे जीवन में पहली बार।' 'शायद मैं यह सब हमेशा के लिए कर सकता था, लेकिन मुझे पहले खुद को कुछ हद तक नरक से गुजरना पड़ा। तीव्रता और ध्यान बाकी दुनिया और उन लोगों को खोने की कीमत पर आया है जिनकी मुझे परवाह है। अब मैं हिंडनबर्ग को अपने जीवन का एक अध्याय मानता हूं, न कि एक केंद्रीय चीज जो मुझे परिभाषित करती है।'
वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए एक साक्षात्कार में, नाथन एंडरसन ने कहा कि वह शौक अपनाने, यात्रा करने और अपनी मंगेतर और उनके बच्चे के साथ समय बिताने के लिए उत्सुक हैं, उन्होंने कहा कि उन्होंने भविष्य में उनके लिए पर्याप्त पैसा कमाया है। उन्होंने कहा कि वह अपने पैसे को इंडेक्स फंड और अन्य कम तनाव वाले निवेशों में निवेश करने की योजना बना रहे हैं। एंडरसन ने कहा कि अभी के लिए, वह यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि उनकी टीम के सभी लोग उस जगह पर पहुंचें जहां से वे आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हमारी टीम में अन्य लोग भी हैं जो अब स्वतंत्र एजेंट हैं - इसलिए यदि आपको किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता हो जो प्रतिभाशाली हो, केंद्रित हो और जिसके साथ काम करना आसान हो, तो बेझिझक मुझसे संपर्क करें, क्योंकि वे सभी ऐसे ही हैं।'
2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्टों ने भारत के अदाणी समूह और इकान इंटरप्राइजेज समेत तमाम कंपनियों को अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचाया था। वहीं पिछले साल अगस्त महीने में हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की अदाणी समूह से जुड़ी ऑफशोर कंपनी में हिस्सेदारी है।
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